ज़िंदगी | एक सच्ची बातें / Zindagi Ek Sacchi Baten..

ज़िंदगी | एक सच्ची बातें / Zindagi Ek Sacchi Baten..

zindagi ek sacchi baten

"_ कभी - कभी  _
_ आप अपनी ज़िंदगी से  _
_ निराश हो जाते है ...._
_ जबकि _
_ दुनिया मे उसी समय_
_  कुछ लोग _
 _ आपकी जैसी ज़िंदगी _
_जीने का सपना देख रहे होते है _"

" _ घर पर खेत मे खड़ा बच्चा _
_ आकाश मे उड़ते हवाई जहाज _
_ को देखकर _
_ उड़ने का सपना देख रहे होते है _

_ लेकिन _
_ उसी समय _
_ उसी हवाई जहाज़ का पाइलेट_
_ खेत और बच्चे को देख कर _

_ घर लोटने का सपना _
_ देख रहा होता है | _"

" _ यही ज़िंदगी है _
_ जो तुम्हारे पास है उसी का मजा लो |_

_ अगर धन - दौलत रुपया-पैसा ही _
_ खुशीहाल होने का तरीका होता _
_ तो अमीर लोग नाचते दिखाई देते _

_ लेकीन सिर्फ गरीब बच्चे _
_ ऐसे करते दिखाई देते है |_"

" _ अगर power ( शक्ति ) मिलने से _
_ सुरक्षा आ जाती _
_ तो _
_ नेता आधिकारी _
_ बिना security के नजर आते |_
_ परंतु _ 
_जो समान्य जीवन जीते है _
_ वो अच्छी नींद सोते है  |_"

"_ अगर खूबसूरती और प्रसिद्धि _
_ मजबूत रिश्ते कायम कर सकती _
_ तो _
_ सेलिब्रेटी की शादीया _
_सबसे सफल होती _
_ लेकीन इनके तलाक सबसे _
_ सफल होते है  |_"

zindagi ek sacchi baten

"_इसलिए दोस्तों _
_ यह ज़िंदगी ....._

_  सभी के लिए खूबसूरत है ..._
_ इसको जी भर के जियो ,_
_ इसका भरपूर लुफ्ट उठाओ _
_ क्यूकि _
_ जिंदगी न मिलेगी दोबारा _"

" _ एक ट्रक के पीछे एक _
  _ बड़ी अच्छी बात लिखी देखि है _ 
'_ज़िंदगी एक सफर है आराम से चलते रहो ....
उत्तार - चढ़ाव तो आते रहेंगे , बस गियर  बदलते रहो _'

_ सफर का मजा लेना है तो साथ मे समान कम रखिए _
_ और ज़िंदगी का मज़ा लेना है तो दिल मे अरमान कम 
रखिए !!_"

" _ तजुर्वा है हमारा ..... _मिट्टी की पकड़ मजबूत 
होती है _
_ संगमरमर पर तो हमने ..... पाव फिशलते देखे है ....!!_"


" _ ज़िंदगी को इतनी सिरियस लेने की जरूरत नहीं है 
यारो ...._
_ यहा से ज़िंदा बचकर कोई नहीं जायेगा ...!!_


_ कहते है जिनके पास सिर्फ सिक्के थे वो मजे से भिंगते रहे 
बारिश मे ...._
_ और जिनके पास कागज के नोट थे वो वो छत तलाशते 
रह गए ....!!_ 

_ पैसा इंसान को उपर ले जा सकता है ...._
_ लेकिन इंसान पैसे को उपर नहीं ले जा सकता है _
_ यही सच्चाई है ज़िंदगी का ...!!_

zindagi ek sacchi baten

" _ कमाई छोटी या बड़ी हो सकती है ...._
_ पर रोटी की साइज़ सभी घर मे एक जैसी होती है !!_"

" _  _  _शानदार बात _  _  _"
_इंसान की चाहत है की उड़ने को पड़ मिले ...
_और परिंदे सोचते है की रहने को घर मिले ...


'_ कर्मो से पहचान होती है इन्सानो की ...
_ महंगे कपड़े तो , पुतले भी पहनते है 
_ दुकानों मे !!...'

Post a Comment

0 Comments